सारे टीवी चैनल और समाचार माध्यमों का निशाना लगातार तब्लीगी जमाती ही हैं परंतु भगवा गिरोह यदि वही करतूतें करे तो यह तथाकथित राष्ट्रवादी और बिकाउ मीडिया खामोश हो जाता है और लाॅकडाउन की धज्जिया उडाने वालों पर ना एनएसए लगाने और ना ही मुकदमें की मांग करता है।
सोशल डिस्टेंसिंग के तमाम नियमों की धज्जियां उडाते हमने पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी को देखा उससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री को अपने एक मंत्री की बेटी की शादी में ठीक वही करते हुए पाया गया था और अब कर्नाटक भाजपा के एक विधायक एम जयराम ने अपना जन्म दिन मनाते हुए सरेआम देखा गया। उन्होंने भीड में बगैर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का मखौल उडाते हुए अपना जन्मदिन मनाया और गांव के लोगों को आमंत्रित करकेे बिरयानी की दावत दी।
वही बिरयानी गांव भर को खिलाई जिस बिरयानी का इस्तेमाल पूरा भगवा गिरोह अल्पसंख्यकों को प्रतीकात्मक रूप से निशाना बनाने के लिए करता है। उसी भगवा गिरोह के एक विधायक ने गांव भर को बिरयानी खिलाने की दावत दी और सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उडाई।
दरअसल, यह भगवा गिरोह का असली चेहरा है, बिरयानी के बगैर वे लाॅकडाउन में भी नही रह सकते हैं। और वे कोरोना को किस तरह से एक सेलिब्रेशन बना रहे उनकी लगातार दावतों से पता चलता है।
यही नही कोरोना के लिए जरूरी बचाव में भी कैसे भाजपा के नेता फैशनपरस्ती कर रहे हैं, उससे भी जाहिर हो जाता है कि वे इस माहामरी को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। कोरोना का पहला मामला भारत में 30 जनवरी को केरल में आया तो केरल ने उससे निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी परंतु भाजपा नेता और पीएम के लिए ट्रंप का चुनाव प्रचार जरूरी था। उसके बावजूद भी जब कोरोना पूरी तरह से भारत की चैखट पर पहुँच चुका था तो भी भाजपा नेतृत्व मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने और भाजपा सरकार बनवाने में लगा था और लाॅकडाउन एंव अन्य सुरक्षात्मक उपायों को लगातार टाले जा रहा था।
उसके बाद सबसे दिलचस्प काम किया मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चैहान ने वो किसी भी मींटिंग अथवा प्रेस के सामने आये तो हर बार नये रंग का और पोशाक से मैचिंग मास्क लगाकर आये।
मानो दुनिया में भयानक बीमारी नही किसी फैशन परेड की तैयारियां चल रही हैं। इन नेताओं की करतूतों से समझा जा सकता है कि कितनी चिंता इनको इस भयावह खतरे की है। शायद उन्हें अभी तक समझ ही नही आ रहा है कि यह आधुनिक मानव इतिहास का सबसे बडा संकट है। कोरोना अभी आया ही है, यह अब जाने वाला भी नही है।
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