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शुक्रवार, 23 मई 2014

सरकार!

                          -------महेश राठी
कुछ खिलौने,
रिमोट वाले हैं मेरे पास
कुछ
गुड्डे - गुड़िया रिमोट वाले
हैं, तुम्हारे थैले में भी !
भाई,
हम मिलकर,
क्यों नहीं खेलें,
फिर एक बार,
सरकार - सरकार !

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